Dua E Qunoot in Hindi:- जैसा कि हम सभी जानते हैं कि नमाज़ इस्लाम का Second Pillar है। नमाज़ फजर से शुरू होकर ईशा पर खत्म होती है। नमाज़ ही एकमात्र ऐसी चीज है जिसे हम अल्लाह के और करीब हो सकते हैं।
नमाज़ हम मुसलमान पाँच व्यक्त अदा करते है नमाज़ का अदा करना बहुत जरूरी है अल्लाह हम सबको नमाज़ पढ़ने की तौफीक दे, अमीन!
एक Dua जो सब नमाजो मे तो नहीं सिर्फ वित्र की नमाज़ में पढ़ी जाती है वो है Dua E Qunoot! दुआ-ए-क़ुनूत, क़ुरान-ए-करीम में नहीं मौजूद है। बल्की ये दुआ हदीस-ए-मुबारिका से सबित है। अगर अरबी या उर्दू में आप पढ़ना नहीं जानते हैं तो Dua E Qunoot in Hindi में लिख कर बताया गया है।
किसी भी दुआ को अरबी मे पढ़ना सही और लाजमी माना जाता है। क्युंकि किसी और language मे उसका Pronunciation सही से नही होता है। लेकिन जो लोग अरबी पढ़ नही सकते उनके लिए Dua E Qunoot in Hindi तर्जुमा के साथ नीचे दिया गया है।
Dua E Qunoot in Hindi
अल्लाहुम-म इन्ना नस्तईनु-क व नस्तग्फिरु-क व नुउ मिनु बि-क व न-त-वक्कलु अलै-क व नुस्नी अलैकल खै-र व नश्कुरू-क व ला नक्फुरू-क व नख्लउ व नतरूकु मंय्यफजुरू-क. अल्लाहुम-म इय्या-क नअबुदु व ल-क नुसल्ली व नस्जुदु व इलै-क नसआ व नहि्फदु व नर्जू रहम-त-क व नख्शा अजा-ब-क इन-न आजा-ब-क बिल कुफ्फारि मुलहिक
Dua E Qunoot in Arabic
اَللَّهُمَّ إنا نَسْتَعِينُكَ وَنَسْتَغْفِرُكَ وَنُؤْمِنُ بِكَ وَنَتَوَكَّلُ عَلَيْكَ وَنُثْنِئْ عَلَيْكَ الخَيْرَ وَنَشْكُرُكَ وَلَا نَكْفُرُكَ وَنَخْلَعُ وَنَتْرُكُ مَنْ ئَّفْجُرُكَ اَللَّهُمَّ إِيَّاكَ نَعْبُدُ وَلَكَ نُصَلِّئ وَنَسْجُدُ وَإِلَيْكَ نَسْعأئ وَنَحْفِدُ وَنَرْجُو رَحْمَتَكَ وَنَخْشآئ عَذَابَكَ إِنَّ عَذَابَكَ بِالكُفَّارِ مُلْحَقٌ
Dua E Qunoot in English
Allah humma inna nasta-eenoka wa nastaghfiruka wa nu’minu bika wa natawakkalu alaika wa nusni alaikal khair, wa nashkuruka wala nakfuruka wa nakhla-oo wa natruku mai yafjuruka, Allah humma iyyaka na’budu wa laka nusalli wa nasjud wa ilaika nas aaa wa nahfizu wa narju rahma taka wa nakhshaa azaabaka inna azaabaka bil kuffari mulhik.
Note:- जब भी आप अगर हिन्दी में कोई दुआ पढ़ रहें हैं तो आपको इसका सही से उच्चारण करना चाहिए ताकि इसका सही से जो मतलब हो वो निकल कर आए क्यूंकी अक्सर हिन्दी और अरबी में थोड़ा स लिखने और पढ़ने में बदलाव आ सकता है।
Dua E Qunoot Ka Tarjuma (Meaning) in Hindi
ऐ अल्लाह, हम तुझ से मदद चाहते हैं तथा तूझ से माफी मांगते हैं तुझ पर ईमान रखते हैं तथा तुझ पर भरोसा करते हैं तथा तेरी तारीफ करते हैं तथा तेरा शुक्र करते हैं तथा तेरी ना शुक्री नहीं करते तथा अलग करते हैं तथा छोड़ते हैं, इस शख्स को जो तेरी नाफरमानी करें।
ऐ अल्लाह, हम तेरी ही इबादत करते हैं तथा तेरे लिए ही नमाज़ पढ़ते हैं तथा सजदा करते हैं तथा तेरी तरफ दौड़ते तथा झपटते हैं तथा तेरी रहमत के उम्मीदवार हैं तथा तेरे आजाब़ से डरते हैं, बेशक तेरा आजाब़ काफिरों को पहुंचने वाला है।
Dua E Qunoot Kab Padhi Jati hai?
Dua E Qunoot का पढ़ना वाजिब है। ईशा के नमाज़ मे जब हम नामज़े वितीर पढ़ते है। तो वित्र की तीसरी रकात में जब सूरह फातिहा और उसके साथ कोई सूरह पढ़ लेने के बाद आपको रुकू में जाने से पहले दोनों हाथों को कानों तक हाथ उठा कर तकबीर यानी (अल्लाहु-अक्बर) कहते हुए फिर से हाथ बाँध कर दुआए क़ुनूत (Dua e Qunoot) पढ़ी जाती है।
Agr kisi ko Dua E Qunoot yaad na ho to:-
पहली बात तो आपको Dua E Qunoot याद होना ही चाहिए अगर किसी को दुआ-ए-क़ुनूत याद ना हो तो जितनी जल्दी हो याद करने की कोशिश करे और जब तक याद ना हो तो दुआ-ए-क़ुनूत की जगह ये दुआ पढ़ सकते हैं:-
हिंदी में:-
रबबना अतिना फिद दुनिया हसन्तव वफिल आख़िरति हसन्तव वकीना अज़ाब-अन्नार।
English में:-
Rabbana atina fid dunya hasanatan wa fil Aakhirati hasanatan waqina ‘adhaban-naar
Arabic में:-
رَبَّنَا آتِنَا فِىْالدُّنْيَا حَسَنَةً وَفِىْالآخِرَةِ حَسَنَةً وَّقِنَا عَذَ بَالنَّارِ
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Conclusion
आज आपने इस लेख मे Dua e Qunoot in Hindi विस्तार से देखा . और साथ ही जाना दुआ ए क़ुनूत का अर्थ और उसके पढ़ने का तरीका। आशा करते हैं आपको हमारी आज की पोस्ट Dua E Qunoot in Hindi पसन्द आयी होगी, और कुछ नया सीखने को मिला होगा। ऐसी ही अन्य Islamic पोस्ट पढ़ने के लिए हमारे साथ बने रहें।